Stand Up India scheme in hindi : अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों के लिए वित्तीय सहायता योजना! जानिए कैसे सरकार 1 करोड़ रुपये तक के ऋण के माध्यम से उद्यम स्थापना में आपकी मदद कर रही है।
स्टैंड अप इंडिया योजना
ये भारत सरकार की वित्त मंत्रालय की एक योजना है जो अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों को मदद देती है. ये बैंकों से लोन दिलाने में मदद करती है ताकि वो अपना नया कारोबार शुरू कर सकें. ये कारोबार किसी भी क्षेत्र में हो सकता है जैसे बनाना (मैन्युफैक्चरिंग), सर्विस (सेवा), ट्रेडिंग (दुकानदारी) या खेती से जुड़े काम |
इस योजना का मुख्य लक्ष्य ये है कि हर बैंक ब्रांच कम से कम एक अनुसूचित जाति/जनजाति उद्यमी और एक महिला उद्यमी को 10 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए तक का लोन दिलाए. अगर आपका कंपनी एक व्यक्ति के नाम पर नहीं है, तो उस कंपनी में कम से कम 51% हिस्सा और कंट्रोल किसी अनुसूचित जाति/जनजाति या महिला उद्यमी के पास होना चाहिए |
स्टैंड अप इंडिया योजना 2024-25
छात्रवृत्ति का नाम | स्टैंड अप इंडिया योजना |
छात्रवृत्ति का उद्देश्य | अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों को 10 लाख से 1 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त करने में सहायता देना। |
पात्रता | यह नई व्यावसायिक इकाई (Greenfield Enterprises) के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। पुरुष आवेदक हेतु अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग अनिवार्य है। न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा बैंकों/वित्तीय संस्थानों का डिफॉल्टर न होना जरूरी। |
लाभ | ₹10 लाख से ₹100 लाख तक ऋण (समय अवधि और कार्यशील पूंजी सहित) एवं लेन-देन सुविधा के लिए रुपये डेबिट कार्ड दिया जाता है। SIDBI का पोर्टल प्रशिक्षण, कौशल विकास आदि में सहायता देता है। |
आवश्यक दस्तावेज | अनुसूचित जाति/जनजाति/महिला उद्यमी को ऋण हेतु पहचान, निवास, व्यवसाय, वित्तीय स्थिति आदि के प्रमाणों, अन्य | |
आवेदन कैसे करें | ऑनलाइन प्रक्रिया |
महत्वपूर्ण तिथियां | Update Soon |
ऑफिसियल लिंक | Click here |
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Stand Up India scheme in hindi
पात्रता
Greenfield Enterprises के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है |
निम्नलिखित पात्रता मानदंड लागू होते हैं:
क्रमांक | पात्रता मानदंड |
---|---|
1 | आवेदक अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित होना चाहिए (यदि पुरुष) |
2 | आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए |
3 | आवेदक किसी भी बैंक/वित्तीय संस्थान का defaulter नहीं होना चाहिए |
लाभ
सुविधा (Facility) | धनराशि (Amount) | डेबिट कार्ड (Debit Card) | वेब पोर्टल (Web Portal) | समर्थन सेवाएं (Support Services) |
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समग्र ऋण (Composite Loan) | ₹10 लाख से ₹100 लाख तक | रुपये डेबिट कार्ड | SIDBI द्वारा संचालित | प्रशिक्षण, कौशल विकास, परामर्श, परियोजना रिपोर्ट तैयार करना, आवेदन भरना, कार्यशाला / उपयोगिता समर्थन सेवाएं, सब्सिडी योजनाएं आदि के लिए एजेंसियों के नेटवर्क के माध्यम से सहायता प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन
स्टैंड-अप इंडिया लोन के लिए आवेदन करने के तीन तरीके हैं:
1. अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएं: आप अपने आसपास के बैंकों की जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं.
2. जिला प्रमुख लीड मैनेजर (LDM) से संपर्क करें: अपने जिले के LDM का पता और ईमेल यहां से प्राप्त करें.
3. ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करें: वेबसाइट standupmitra.in पर जाएं.
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- सबसे पहले स्टैंड-अप इंडिया के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं.
- अपने व्यापार की जगह की पूरी जानकारी दर्ज करें.
- अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), महिला उद्यमी और आपके व्यापार में 51% या उससे अधिक हिस्सेदारी होने का विकल्प चुनें.
- आप किस तरह का व्यापार शुरू करना चाहते हैं, लोन राशि, व्यापार का विवरण, दुकान या कार्यालय की जानकारी आदि भरें.
- अपने पिछले व्यापार के अनुभव (अगर कोई हो) की जानकारी दर्ज करें.
- बताएं कि आपको व्यापार शुरू करने में किसी तरह की सहायता की जरूरत है या नहीं.
- अपना नाम, उद्यम का नाम और उसका स्वरूप जैसी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करें.
- अंत में रजिस्टर बटन दबाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें.
आप पंजीकरण पूरा करने के बाद, स्टैंड-अप इंडिया लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद, संबंधित बैंक या संस्था के अधिकारी आपसे संपर्क कर लोन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे |
जरूरी दस्तावेज
स्टैंड-अप इंडिया लोन के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे:
आपकी पहचान का प्रमाण (कोई एक दस्तावेज दें):
- मतदाता पहचान पत्र
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- अगर आप कंपनी के मालिक, साझेदार या निदेशक हैं तो आपके बैंक द्वारा किया गया हस्ताक्षर सत्यापन
आपके पते का प्रमाण (कोई एक दस्तावेज दें):
- हालिया टेलीफोन बिल
- बिजली का बिल
- संपत्ति कर रसीद
- पासपोर्ट
- मतदाता पहचान पत्र (आपका, कंपनी के मालिक/साझेदार/निदेशक का)
आपके व्यापार के पते का प्रमाण
यह दिखाने के लिए दस्तावेज कि आप किसी भी बैंक/वित्तीय संस्थान के defaulter नहीं हैं
कंपनी के लिए
- कंपनी के स्थापना दस्तावेज (Memorandum and Articles of Association)
- साझेदारी हो तो साझेदारी का दस्तावेज (Partnership Deed)
आपकी और गारंटरों की संपत्ति और देनदारियों का विवरण (साथ में नवीनतम आयकर रिटर्न)
- किराये का соглаनामा (अगर दुकान किराए पर है)
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र (अगर जरूरी हो)
- SSI/MSME रजिस्ट्रेशन (अगर लागू हो)
लोन के लिए
- अगले दो साल के लिए अनुमानित बैलेंस शीट (working capital) या लोन अवधि के लिए (term loan)
- गिरवी रखी जा रही संपत्तियों के लीज डीड/टाइटल डीड की फोटोकॉपी
अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए
- अगर आप अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से आते हैं तो इसके प्रमाण पत्र
- कंपनी रजिस्ट्रेशन कार्यालय (ROC) से प्रमाण पत्र यह बताने के लिए कि कंपनी में बहुमत हिस्सेदारी किसी अनुसूचित जाति/जनजाति/महिला के पास है |
यह जानकारी उन मामलों के लिए है जहां लोन की राशि ₹25 लाख से ज्यादा है:
आपकी कंपनी के बारे में पूरी जानकारी:
- कंपनी चलाने वाले लोग (promoters), निदेशक (directors), कंपनी का मुख्य काम (activity), सभी दफ्तरों और कारखानों का पता, शेयरधारिता (shareholding pattern) इत्यादि.
- अगर आप किसी ग्रुप कंपनी या दूसरी कंपनी के साथ मिलकर काम करते हैं तो उनकी पिछले तीन साल की बैलेंस शीट.
आपके लोन का लक्ष्य ( सिर्फ टर्म लोन के लिए):
- एक रिपोर्ट जिसमें आप बताएं कि आप लोन का पैसा किस मशीनरी पर खर्च करेंगे, उसे कहां से खरीदेंगे, उसकी कीमत क्या है, उसका उत्पादन कितना होगा, आप कितना बेचने का अनुमान लगा रहे हैं, अगले कुछ सालों में आपका मुनाफा या घाटा कितना रहने का अंदाजा है, कितने लोगों को नौकरी पर रखेंगे वगैरह. (यह रिपोर्ट सिर्फ टर्म लोन के लिए जरूरी है)
अगर आप कोई चीज बनाते हैं तो उसकी पूरी जानकारी (सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग के लिए):
- आप क्या चीज बनाते हैं, उसे बनाने की प्रक्रिया क्या है?
- आपकी कंपनी के मुख्य अधिकारियों (executives) की जानकारी.
- किन कंपनियों के साथ आपका कोई करार है?
- आप किस रॉ मटेरियल का इस्तेमाल करते हैं और उसे कहां से खरीदते हैं?
- आप अपना बनाया हुआ सामान किसे बेचते हैं?
- आपके मुख्य कॉम्पिटिटर कौन हैं और उनसे तुलना करने पर आपकी कंपनी की खूबियां और कमजोरियां क्या हैं? (यह जानकारी सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी है) |
महत्वपूर्ण तिथियां
- छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update Soon
- जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update Soon
- संस्थान द्वारा सत्यापन की अंतिम तिथि: Update Soon
संपर्क सूत्र
वित्त मंत्रालय, भारत सरकार
महत्वपूर्ण लिंक
ऑनलाइन आवेदन | क्लिक करें |
दिशा-निर्देश | क्लिक करें |
स्टैंड अप इंडिया योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. स्टैंड-अप इंडिया योजना के तहत लोन कैसा होता है और कितना मिल सकता है?
जवाब: इस योजना के तहत आपको मिला-जुला लोन (ब्याज चुकाने के लिए दी जाने वाली रकम और व्यापार चलाने के लिए दी जाने वाली रकम मिलाकर) मिल सकता है. ये लोन 10 लाख रुपये से लेकर 100 लाख रुपये तक का हो सकता है, जो आपके प्रोजेक्ट की कुल लागत का 85% तक होगा.
2. लोन पर लगने वाला ब्याज कितना होगा?
जवाब: ब्याज दर उस बैंक की सबसे कम ब्याज दर होगी जो आपकी लोन लेने की क्षमता को देखते हुए तय करता है. यह दर बैंक की बेस रेट (MCLR) + 3% + अवधि के लिए अतिरिक्त ब्याज से ज्यादा नहीं होगी.
3. लोन चुकाने की अवधि क्या है?
जवाब: इस लोन को चुकाने के लिए आपको 7 साल का समय दिया जाएगा. शुरुआत के 18 महीने तक आपको ब्याज ही चुकाना होगा, मूल रकम चुकाने में आपको छूट मिलेगी.
4. कौन से बैंक इस योजना के तहत लोन दे सकते हैं?
जवाब: देशभर में स्थित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की शाखाएं आपको इस योजना के तहत लोन दे सकती हैं.
5. हैंड-होल्डिंग सपोर्ट क्या है?
जवाब: कोई भी नया उद्यमी अपना व्यापार शुरू करने के लिए कई तरह की मदद चाहता है. उदाहरण के लिए, उन्हें ट्रेनिंग की ज़रूरत होती है और बैंक के लोन के लिए आवेदन भरना भी उन्हें नहीं आता है. ऐसे में हैंड-होल्डिंग सपोर्ट उनकी मदद करता है.
6. मुझे हैंड-होल्डिंग सपोर्ट कैसे मिलेगा?
जवाब: आप ऑनलाइन पोर्टल के जरिए या अपने नजदीकी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक की शाखा से संपर्क कर के यह पता लगा सकते हैं कि आपको किस तरह का हैंड-होल्डिंग सपोर्ट चाहिए.
7. स्टैंड-अप इंडिया लोन किन कामों के लिए मिल सकता है?
जवाब: अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों को विनिर्माण, व्यापार, सेवा क्षेत्र या कृषि से जुड़े कार्यों के लिए यह लोन मिल सकता है.
8. कृषि से जुड़े कार्य कौन से हैं?
जवाब: स्टैंड-अप इंडिया लोन के तहत कृषि से जुड़े कार्यों में मछली पालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशु पालन, उनकी देखभाल, वर्गीकरण, एकत्रीकरण कृषि उद्योग, डेयरी, मछली पालन, कृषि क्लिनिक और कृषि व्यवसाय केंद्र, खाद्य और कृषि प्रसंस्करण आदि शामिल हैं.
9. “स्टैंड-अप इंडिया” योजना के तहत लोन लेने का क्या उद्देश्य है?
जवाब: अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों को विनिर्माण, व्यापार, सेवा क्षेत्र या कृषि से जुड़े कार्यों के लिए नया उद्यम स्थापित करने में मदद करना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है.
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति/जनजाति और महिला उद्यमियों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में सहायता मिलेगी, जिससे वे विनिर्माण, सेवा, व्यापार क्षेत्र और कृषि से जुड़ी गतिविधियों में अपना उद्यम स्थापित कर सकें। यह योजना न सिर्फ वित्तीय सहायता प्रदान करती है बल्कि देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों को सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यदि आप इस योजना के लिए पात्र हैं और अपना उद्यम स्थापित करना चाहते हैं, तो अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।
नोट – ऊपर दिए गए लेख में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई है। हमारी टीम लगातार आपको सटीक और नवीनतम जानकारी देने के लिए प्रयासरत है। यदि आपको लगता है कि इस लेख में कोई सुधार की आवश्यकता है, तो कृपया हमें संपर्क पृष्ठ पर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी जानकारी में सुधार करने में मदद करेगी। आप जानते हैं कि आजकल इंटरनेट पर बहुत सी गलत जानकारी फैलाई जाती है। इसलिए, आधिकारिक वेबसाइटों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। एवं सटीक जानकारी के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देखे | धन्यवाद!