1st January shaurya diwas battle of bhima koregaon : क्या आप जानते हैं कि कैसे मुट्ठी भर महार सैनिकों ने विशाल मराठा सेना को हराया था? केवल 1 मिनिट में कोरेगाँव की लड़ाई की अविश्वसनीय कहानी जानने के लिए पढ़ें!
भीमा कोरेगाँव की लड़ाई: जब 500 महारों ने 28,000 मराठों को रोका!
- 1 जनवरी 1818 – एक ऐसी तारीख जिसने इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवा लिया। इस दिन कोरेगाँव भीमा में एक ऐसी लड़ाई लड़ी गई जिसने साहस और वीरता की नई परिभाषा लिख दी।
- एक तरफ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के 800 सैनिक, जिनमें 500 महार योद्धा शामिल थे, और दूसरी तरफ पेशवा बाजीराव द्वितीय के नेतृत्व में 28,000 मराठा सैनिक!
- यह सिर्फ एक लड़ाई नहीं थी, यह एक ऐसी गाथा थी जहाँ मुट्ठी भर वीरों ने विशाल सेना के सामने अदम्य साहस का परिचय दिया। 12 घंटे तक चली इस लड़ाई में महार रेजिमेंट के वीरों ने अंग्रेजों का साथ देते हुए मराठों के पैर उखाड़ दिए।
- यह विजय स्तंभ आज भी कोरेगाँव में उस ऐतिहासिक दिन की याद दिलाता है जब महार वीरों ने अपनी वीरता से इतिहास रच दिया!
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