पढ़ो परदेश योजना 2024-25 | Padho Pardesh scheme in hindi

Padho Pardesh scheme : पढो परदेश योजना के बारे में जानें, जिसने विदेश में उच्च शिक्षा के लिए अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों को आर्थिक मदद दी थी।

Table of Contents

पढ़ो परदेश योजना का परिचय

पढ़ो परदेश योजना भारत सरकार की एक पहल है जो विदेश में पढ़ाई करने वाले अल्पसंख्यक छात्रों की मदद करती है. यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को विदेश में मास्टर्स, एम.फिल या पीएच.डी. करने में मदद देती है | इस योजना का मुख्य लक्ष्य है कि इन छात्रों को विदेश में बेहतर शिक्षा का मौका मिले और उनकी नौकरी पाने की संभावनाएं बढ़ें.

इस योजना के तहत छात्रों को मिले लोन पर लगने वाले ब्याज का कुछ हिस्सा सरकार भरती है | किन विषयों में मिलेगी मदद?

योजना के अंतर्गत इन विषयों में विदेश में पढ़ाई करने पर ही ब्याज सब्सिडी मिलेगी-

  • कला/ मानविकी/ समाजिक विज्ञान
  • वाणिज्य
  • शुद्ध विज्ञान
  • इंजीनियरिंग
  • जैव प्रौद्योगिकी/ आनुवांशिक इंजीनियरिंग
  • औद्योगिक पर्यावरण इंजीनियरिंग
  • नैनो तकनीक
  • समुद्री इंजीनियरिंग
  • पेट्रो रसायन इंजीनियरिंग
  • प्लास्टिक प्रौद्योगिकी
  • क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग
  • मेक्ट्रॉनिक्स
  • स्वचालन रोबोटिक्स (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित)
  • लेजर प्रौद्योगिकी
  • निम्न तापमान ऊष्मप्रवैगिकी
  • ऑप्टोमेट्री
  • कला बहाली प्रौद्योगिकी
  • डॉक और हार्बर इंजीनियरिंग
  • इमेजिंग सिस्टम टेक्नोलॉजी
  • सम्मिश्र सामग्री इंजीनियरिंग (विक्षेपणीकृत शक्ति वितरण प्रणाली (सौर ऊष्मा) प्रणाली, ऊर्जा भंडारण इंजीनियरिंग, ऊर्जा संरक्षण, ऊर्जा कुशल आवास सहित)
  • पैकेजिंग इंजीनियरिंग/ प्रौद्योगिकी
  • नाभिकीय इंजीनियरिंग
  • सूचना प्रौद्योगिकी (कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर गुणवत्ता आश्वासन, नेटवर्किंग/ कनेक्टिविटी इंजीनियरिंग, खतरनाक या आपदा के बाद की परिस्थितियों में संचार प्रणाली, मल्टीमीडिया संचार सहित)
  • औद्योगिक सुरक्षा इंजीनियरिंग
  • कृषि और कृषि प्रौद्योगिकी
  • कृषि विज्ञान
  • चिकित्सा
  • फूलों की खेती और भूनिर्माण
  • खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी
  • वानिकी और प्राकृतिक संसाधन
  • बागवानी
  • पादप विज्ञान
  • ऊर्जा अध्ययन
  • कृषि ऊर्जा और मशीनरी
  • पशु चिकित्सा विज्ञान
  • मिट्टी और जल प्रबंधन
  • पौधों का प्रजनन और आनुवंशिकी
  • लघु-स्तरीय ग्रामीण प्रौद्योगिकी
  • महासागर और वायुमंडलीय विज्ञान
  • एम.बी.ए
  • एम.सी.ए.

पढ़ो परदेश योजना 2024-25

छात्रवृत्ति का नामपढ़ो परदेश योजना
छात्रवृत्ति का उद्देश्यपढ़ो परदेश योजना विदेश में उच्च शिक्षा के लिए अल्पसंख्यक छात्रों को लोन के ब्याज पर सब्सिडी देती है, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार मिले।
पात्रता विदेशी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में स्वीकृति, 6 लाख से कम पारिवारिक आय और बैंक लोन जरूरी. प्रथम वर्ष आवेदन अनिवार्य, आधार
लाभविदेशी शिक्षा सस्ती, सभी को मौका, बेहतर नौकरी, विकास का रास्ता
आवश्यक दस्तावेजआवेदन पत्र, एडमिशन लेटर, पासपोर्ट, आय प्रमाण पत्र, शिक्षा ऋण स्वीकृति और आधार कार्ड, अन्य |
आवेदन कैसे करें ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
महत्वपूर्ण तिथियां Update soon
ऑफिसियल लिंकClick here
हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ेंClick here
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ेंClick here

Padho Pardesh scheme in hindi

पढ़ो परदेश योजना

 पात्रता

विदेश में पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति के लिए ये जरूरी बातें हैं:

  • कोर्स: आप किसी मान्यता प्राप्त विदेशी विश्वविद्यालय या संस्थान में मास्टर्स, एम.फिल. या पीएच.डी. की पढ़ाई के लिए दाखिला लिए हों।
  • आय: आपके परिवार की सालाना आमदनी ₹6,00,000 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • शिक्षा लोन: आपको भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) की शिक्षा लोन योजना के तहत किसी अनुसूचित बैंक से शिक्षा लोन लिया होना चाहिए।
  • आवेदन का समय: छात्रवृत्ति के लिए आवेदन आपकी पढ़ाई के पहले साल में ही करना होगा। दूसरे या बाद के साल में मिले आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
  • छूट: कम ब्याज दर वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों के आवेदनों को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • आधार: छात्रवृत्ति का पैसा आपके आधार नंबर से जुड़ा हो सकता है।

लाभ

लाभविवरण
आर्थिक सहायतायह योजना विदेशी शिक्षा ऋण पर ब्याज सब्सिडी देती है, जिससे अल्पसंख्यक छात्रों के लिए विदेश में पढ़ाई का खर्च कम करने में मदद मिल सकती है।
शिक्षा तक बढ़ी हुई पहुँचयह योजना सभी पृष्ठभूमि के अल्पसंख्यक छात्रों के लिए विदेशी शिक्षा को उनकी आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना अधिक सुलभ बनाती है।
बेहतर रोजगार क्षमताविदेश में पढ़ाई करने से छात्रों को नौकरी के बाजार में एक मजबूत स्थिति मिल सकती है, और पढ़ो परदेश योजना अल्पसंख्यक छात्रों को अपने कैरियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकती है।
व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकासविदेश में पढ़ाई करना एक परिवर्तनकारी अनुभव हो सकता है, और पढ़ो परदेश योजना अल्पसंख्यक छात्रों को वैश्विक संदर्भ में अपने कौशल और ज्ञान को विकसित करने में मदद कर सकती है।

आवेदन प्रक्रिया

ऑनलाइन

  1. सबसे पहले सरकारी वेबसाइट खोलें।
  2. फिर “अभी आवेदन करें” वाले विकल्प पर क्लिक करें।
  3. अब जरूरी जानकारी भरें, जैसे: आईएसडी कोड, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी
  4. आखिर में, सब जानकारी जमा कर दें।

आवश्यक दस्तावेज

यहाँ कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट है:

  • आवेदन फॉर्म (Application Form): ये वो फॉर्म होता है जिसे किसी चीज़ के लिए आवेदन करते वक्त भरना पड़ता है।
  • प्रवेश पत्र (Admission Letter): ये वो पत्र होता है जो किसी शैक्षणिक संस्थान (स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी) से मिलता है, ये बताता है कि आपको वहां दाखिला मिल गया है।
  • पासपोर्ट (Passport): ये सरकारी दस्तावेज होता है जो विदेश यात्रा करने के लिए जरूरी होता है।
  • आय प्रमाण पत्र (Income Certificate): ये दस्तावेज आपकी कमाई को दिखाता है।
  • शिक्षा ऋण आवेदन (Education Loan Application): ये वो फॉर्म होता है जिसे बैंक में शिक्षा ऋण के लिए आवेदन करते वक्त भरना पड़ता है।
  • आधार कार्ड (Aadhaar Card): ये भारत सरकार द्वारा जारी किया गया एक पहचान पत्र है।

महत्वपूर्ण तिथियां

  • आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update soon
  • जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update soon

संपर्क सूत्र

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार

महत्वपूर्ण लिंक

ऑनलाइन आवेदनक्लिक करें
दिशा-निर्देशक्लिक करें

पढ़ो परदेश योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या कोई छात्र जो पहले से ही किसी दूसरी योजना (सीएसआईएस सहित) के तहत सब्सिडी ले चुका है, वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है?

जवाब: हां, छात्र आवेदन कर सकता है। यह योजना स्नातकोत्तर डिप्लोमा, स्नातकोत्तर डिग्री/मास्टर्स, एम.फिल और पीएच.डी. करने वाले छात्रों को दी जाती है। साथ ही, जो छात्र भारत में एम.टेक पूरा कर चुके हैं और अब विदेश में एमबीए कर रहे हैं और उन्हें एम.टेक के लिए सीएसआईएस या राज्य सब्सिडी योजना के तहत सब्सिडी मिली है, वे भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

प्रश्न 2: क्या सभी योग्य आवेदकों को ब्याज सब्सिडी मिलना तय है?

जवाब: नहीं, सभी योग्य आवेदकों को ब्याज सब्सिडी की गारंटी नहीं है। हालांकि, मंत्रालय का प्रयास होगा कि जितना संभव हो सके सभी योग्य आवेदकों को ब्याज सब्सिडी दी जाए। योजना के प्रावधान के अनुसार, हर साल चुने जाने वाले छात्रों की कुल संख्या 400 है।

प्रश्न 3: क्या विदेश में पढ़ाई के लिए लोन की राशि 20 लाख रुपये से अधिक होने पर भी ब्याज सब्सिडी मिलेगी?

जवाब: फिलहाल, सब्सिडी आईबीए मॉडल योजना के तहत निर्धारित सीमा तक ही सीमित है, यानी केवल 20 लाख रुपये तक।

प्रश्न 4: क्या केवल नवीनतम आय प्रमाण पत्र प्राप्त करना आवश्यक है या क्या पिछले वर्षों में / ऋण प्राप्त करते समय प्राप्त आय प्रमाण पत्र लिया जा सकता है?

जवाब: लोन लेते समय सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी किया गया आय प्रमाण पत्र पर्याप्त होगा।

प्रश्न 5: इस योजना के लिए कौन से दस्तावेजों की आवश्यकता है?

जवाब:
आवेदन फॉर्म
प्रवेश पत्र
पासपोर्ट
आय प्रमाण पत्र
शिक्षा ऋण आवेदन
आधार कार्ड

प्रश्न 6: इस योजना में “मेधावी” का क्या अर्थ है?

जवाब: विदेश में प्रवेश पाने वाले और योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार पात्र छात्रों को ही इस योजना के तहत “मेधावी” माना जाएगा।

प्रश्न 7: यदि अल्पसंख्यक छात्र द्वारा किया गया पाठ्यक्रम आंशिक रूप से भारत में और आंशिक रूप से विदेश में है, तो क्या वह ब्याज सब्सिडी के लिए पात्र होगा?

जवाब: यदि डिग्री विदेशी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाती है, तो ऐसे छात्र ब्याज सब्सिडी के लिए पात्र होंगे।

प्रश्न 8: इस योजना के तहत आय सीमा क्या है?

जवाब: नौकरीपेशा उम्मीदवार या बेरोजगार उम्मीदवार के माता-पिता/अभिभावकों के सभी स्रोतों से कुल आय 6.00 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। उम्मीदवार द्वारा बताई गई आय के समर्थन में राज्य/संघीय क्षेत्र में सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र जमा करना चाहिए।

प्रश्न 9: छात्र योजना के लाभों के लिए कब आवेदन कर सकता है?

जवाब: छात्रों को अध्ययन के पहले वर्ष के दौरान ही योजना के लाभों के लिए आवेदन करना चाहिए। दूसरे वर्ष या उसके बाद प्राप्त आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। यह कार्यक्रम विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक प्रतिभावान छात्रों के लिए एक सराहनीय पहल थी। इस योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को आर्थिक बोझ कम करके विदेश में पढ़ाई करने का अवसर प्रदान किया। उम्मीद है कि भविष्य में सरकार इस तरह की योजनाओं को फिर से शुरू करने पर विचार करेगी, जो योग्य छात्रों को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए सशक्त बनाती हैं।

नोट – ऊपर दिए गए लेख में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई है। हमारी टीम लगातार आपको सटीक और नवीनतम जानकारी देने के लिए प्रयासरत है। यदि आपको लगता है कि इस लेख में कोई सुधार की आवश्यकता है, तो कृपया हमें संपर्क पृष्ठ पर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी जानकारी में सुधार करने में मदद करेगी। आप जानते हैं कि आजकल इंटरनेट पर बहुत सी गलत जानकारी फैलाई जाती है। इसलिए, आधिकारिक वेबसाइटों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। एवं सटीक जानकारी के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देखे |  धन्यवाद!

Hello, my name is Tripti Singh, and I am the Author & Manager of scstyojana.com , I'm team member of K2org & I've 5 years+ of expertise and experience in Content creation and digital marketing.

Sharing Is Caring:

Leave a Comment