Export Promotion Capital Goods Scheme in hindi : यहाँ EPCG योजना की पूरी जानकारी दी गई है। जानिए कैसे आप इस योजना का लाभ उठाकर पूंजीगत वस्तुओं का आयात बिना सीमा शुल्क के कर सकते हैं और अपने निर्यात को बढ़ा सकते हैं।
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निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना परिचय
EPCG योजना आपको उत्पादन से पहले, उत्पादन के दौरान और उत्पादन के बाद इस्तेमाल होने वाली पूंजीगत वस्तुओं (कुछ अपवादों को छोड़कर जो Appendix 5 F में दिए गए हैं) को बिना किसी सीमा शुल्क के आयात करने की अनुमति देती है। इसका मतलब है कि आप मशीनरी, उपकरण, और अन्य ज़रूरी चीज़ें बिना किसी अतिरिक्त लागत के विदेशों से मंगवा सकते हैं।
इस योजना के तहत आयात की गई पूंजीगत वस्तुओं पर IGST और Compensation Cess भी नहीं लगता है।
आप चाहें तो इन पूंजीगत वस्तुओं को भारत में ही निर्माताओं से भी खरीद सकते हैं।
EPCG योजना में शामिल हैं:
- Chapter 11 में परिभाषित पूंजीगत वस्तुएं (CKD/SKD अवस्था में भी)
- कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेयर जो आयात की जा रही पूंजीगत वस्तुओं का हिस्सा हैं
- स्पेयर पार्ट्स, मोल्ड्स, डाई, जिग्स, फिक्स्चर, उपकरण और रिफ्रैक्ट्रीज़
- शुरुआती चार्ज और उसके बाद के एक चार्ज के लिए उत्प्रेरक
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आपको आयातित पूंजीगत वस्तुओं पर बचाई गई शुल्क, करों और उपकर के 6 गुना मूल्य के सामान का निर्यात करना होगा।
- यह निर्यात आपको Authorisation जारी होने की तारीख से 6 साल के अंदर करना होगा।
- आपको FTP के पैरा 5.04(c) में दिए गए औसत निर्यात दायित्व (AEO) का भी पालन करना होगा।
- आयात के लिए Authorisation जारी होने की तारीख से 24 महीने के लिए वैध होगा।
- EPCG Authorisation का नवीनीकरण नहीं किया जा सकता है।
कुछ और महत्वपूर्ण बातें:
- अगर आप EPCG के तहत आयात पर Integrated Tax और Compensation Cess का भुगतान नकद में करते हैं, तो इनकी राशि को शुद्ध बचत की गणना में शामिल नहीं किया जाएगा, बशर्ते आपने Input Tax Credit का लाभ न लिया हो।
- जिन वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध है, उन्हें EPCG योजना के तहत केवल DGFT मुख्यालय की Exim Facilitation Committee (EFC) से अनुमोदन के बाद ही आयात किया जा सकता है।
- अगर आप जिन वस्तुओं का निर्यात करना चाहते हैं उन पर प्रतिबंध है, तो EPCG Authorisation केवल DGFT मुख्यालय की EFC से Export Authorisation के लिए अनुमोदन के बाद ही जारी किया जाएगा।
यह योजना निम्नलिखित निर्यातकों के लिए है:
- Manufacturer exporters (सहायक निर्माता के साथ या उसके बिना)
- Merchant exporters (सहायक निर्माता से जुड़े हुए)
- Service providers
अगर आप सहायक निर्माता के साथ काम कर रहे हैं, तो उसका नाम EPCG Authorisation पर लिखा होना चाहिए। अगर सहायक निर्माता बदलता है, तो आपको इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को देनी होगी।
निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना 2025-26
योजना का नाम | निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना |
योजना का उद्देश्य | भारतीय निर्यातकों को गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के उत्पादन के लिए आधुनिक पूंजीगत वस्तुओं का आयात बिना सीमा शुल्क के करने की सुविधा प्रदान करना और भारत की वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना है। |
पात्रता | EPCG लाइसेंस के लिए आवेदन करने हेतु, आपके पास एक वैध IEC होना चाहिए, आपने पहले से आयात शुल्क का भुगतान किया हो, आप DGFT पोर्टल पर लॉग इन कर सकें, आपके पास E-Sign और DSC सुविधा हो, आप IEC के लिए आवेदन जमा करने के लिए अधिकृत हों, और आपके पास GSTN विवरण उपलब्ध हों। |
लाभ | EPCG योजना पूंजीगत वस्तुओं के आयात को शून्य सीमा शुल्क पर अनुमति देती है। निर्यात दायित्व कुछ मामलों में कम हो सकता है, जैसे कि 75% निर्यात दायित्व पूरा होने पर, हरित प्रौद्योगिकी उत्पादों के निर्यातकों के लिए, और पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर में स्थित इकाइयों के लिए। |
आवश्यक दस्तावेज | NA |
आवेदन कैसे करें | ऑनलाइन प्रक्रिया |
महत्वपूर्ण तिथियां | Update Soon |
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Export Promotion Capital Goods Scheme in hindi
पात्रता
EPCG के लिए आवेदन करने से पहले, यह सुनिश्चित कर लें कि:
- आपने पहले ही सामान आयात किया हो और उसका कस्टम ड्यूटी चुकाया हो।
- आपका IEC एक्टिव हो और आप DGFT कस्टमर पोर्टल पर लॉग इन हों।
- आवेदन जमा करने के लिए आपके पास E-Sign और DSC हो।
- आप IEC के लिए आवेदन बनाने और जमा करने के लिए अधिकृत हों।
- आपके पास IEC की सभी शाखाओं का GSTN विवरण हो। आप इसे “सेवाएँ > IEC प्रोफ़ाइल प्रबंधन > IEC संशोधित करें” में जोड़ सकते हैं।
यह जानकारी आपको EPCG योजना के लिए आवेदन करने में मदद करेगी।
लाभ
EPCG योजना के तहत आप बिना किसी कस्टम ड्यूटी या IGST के पूरे प्रोडक्शन साइकिल (प्रोडक्शन से पहले, प्रोडक्शन के दौरान, और प्रोडक्शन के बाद) के लिए पूंजीगत सामान आयात कर सकते हैं।
कुछ मामलों में, आपको सामान एक्सपोर्ट करने की कम ज़िम्मेदारी दी जा सकती है:
- अगर आपने आधे समय में ही 75% सामान एक्सपोर्ट कर दिया है: अगर आपने तय समय के आधे समय में ही 75% या उससे ज़्यादा सामान एक्सपोर्ट कर दिया है और औसत एक्सपोर्ट ज़िम्मेदारी का 100% पूरा कर लिया है, तो बाकी बची एक्सपोर्ट ज़िम्मेदारी माफ कर दी जाएगी।
- ग्रीन टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्टर्स के लिए: आपको सिर्फ 75% सामान एक्सपोर्ट करना होगा।
- अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में स्थित यूनिट्स के लिए: आपको सिर्फ 25% सामान एक्सपोर्ट करना होगा।
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आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन
EPCG फ़ाइल नंबर के लिए आवेदन कैसे करें
- DGFT वेबसाइट पर जाएँ: www.dgft.gov.in
- लॉगिन करें: अपने यूजरनेम और पासवर्ड से लॉगिन करें।
- ‘सेवाएँ’ मेनू पर क्लिक करें: यह मेनू स्क्रीन के ऊपर दिखाई देगा।
- EPCG चुनें: ‘सेवाएँ’ मेनू में EPCG विकल्प पर क्लिक करें।
- आवेदन करें: EPCG सेक्शन में आपको EPCG फ़ाइल नंबर के लिए आवेदन करने का विकल्प मिलेगा।
जरूरी दस्तावेज
NA
महत्वपूर्ण तिथियां
- छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update Soon
- जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update Soon
- संस्थान द्वारा सत्यापन की अंतिम तिथि: Update Soon
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संपर्क सूत्र
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार |
महत्वपूर्ण लिंक
ऑनलाइन आवेदन | क्लिक करें |
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निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Export Promotion Capital Goods Scheme
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। EPCG योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो निर्यात को बढ़ावा देने और देश में विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है। यह योजना पूंजीगत वस्तुओं के आयात को आसान बनाकर और निर्यातकों को विभिन्न लाभ प्रदान करके उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाए रखने में मदद करती है।
यह योजना उन सभी निर्यातकों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। इस योजना का लाभ उठाकर, निर्यातक न केवल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने उत्पादों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाकर देश के आर्थिक विकास में भी योगदान दे सकते हैं।
हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने से पहले सभी शर्तों और नियमों को ध्यान से समझना ज़रूरी है। सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करके और सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को पूरा करके ही इस योजना का सही तरीके से लाभ उठाया जा सकता है।
नोट – ऊपर दिए गए लेख में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई है। हमारी टीम लगातार आपको सटीक और नवीनतम जानकारी देने के लिए प्रयासरत है। यदि आपको लगता है कि इस लेख में कोई सुधार की आवश्यकता है, तो कृपया हमें संपर्क पृष्ठ पर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी जानकारी में सुधार करने में मदद करेगी। आप जानते हैं कि आजकल इंटरनेट पर बहुत सी गलत जानकारी फैलाई जाती है। इसलिए, आधिकारिक वेबसाइटों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। एवं सटीक जानकारी के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देखे | धन्यवाद!