Dr Bhim Rao Ambedkar Jayanti 2025 : CM मोहन यादव का MP को तोहफा – पंच तीर्थ यात्रा से लेकर पशुपालन योजना तक, जानें बड़ी घोषणाएं

Dr Bhim Rao Ambedkar Jayanti 2025 : मध्य प्रदेश में अंबेडकर जयंती पर CM मोहन यादव की बड़ी घोषणाएं! जानें पंच तीर्थ यात्रा, महू में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, भोपाल फ्लाईओवर का नामकरण और नई पशुपालन विकास योजना के बारे में विस्तार से। सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में MP सरकार के कदम।

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अंबेडकर जयंती पर CM मोहन यादव ने दी सौगात – पंच तीर्थ दर्शन, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और नई योजनाएं

परिचय: बाबा साहब का स्मरण और मुख्यमंत्री की घोषणाएं

डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर, जिन्हें हम स्नेह और सम्मान से ‘बाबा साहब’ कहते हैं, न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि एक महान विधिवेत्ता, दूरदर्शी चिंतक और प्रबल समाज सुधारक भी थे। उन्होंने एक ऐसे भारत का सपना देखा था जहाँ हर नागरिक को समानता, न्याय और मौलिक अधिकार मिलें। उनका पूरा जीवन वंचितों, शोषितों, मजदूरों, किसानों, पिछड़ों और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समर्पित रहा, जिसकी स्पष्ट छाप हमारे संविधान में भी दिखाई देती है।

अंबेडकर जयंती पर CM मोहन यादव ने दी सौगात

इसी महान विभूति की जयंती के पावन अवसर पर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बाबा साहब के विचारों और उनके योगदान को नमन करते हुए कई महत्वपूर्ण और बड़ी घोषणाएं की हैं। ये घोषणाएं न केवल बाबा साहब के प्रति सम्मान प्रकट करती हैं, बल्कि प्रदेश में सामाजिक समरसता और विकास को नई दिशा देने का संकल्प भी दर्शाती हैं। आइए, इन घोषणाओं पर विस्तार से नजर डालते हैं।

1. अब सरकारी खर्च पर करें ‘पंच तीर्थ’ की यात्रा

बाबा साहब डॉ. अंबेडकर का जीवन संघर्ष और उनकी उपलब्धियां पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। मध्य प्रदेश के महू में उनका जन्म स्थान होने के कारण यह अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ देश-विदेश से लाखों लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि मध्य प्रदेश सरकार अब ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ के अंतर्गत बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर से जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थानों, जिन्हें ‘पंच तीर्थ’ कहा जाता है, की यात्रा कराएगी। इन पंच तीर्थों में शामिल हैं:

  • जन्मभूमि: महू, मध्य प्रदेश (बाबा साहब का जन्म स्थान)
  • दीक्षाभूमि: नागपुर, महाराष्ट्र (जहाँ उन्होंने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली)
  • महापरिनिर्वाण स्थली: दिल्ली (जहाँ उनका देहांत हुआ)
  • चैत्य भूमि: मुंबई, महाराष्ट्र (जहाँ उनका अंतिम संस्कार हुआ)
  • शिक्षा भूमि: लंदन, यूके (जहाँ उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की और उस दौरान निवास किया)

इस घोषणा से बाबा साहब के अनुयायियों और उनके जीवन से प्रेरणा लेने वाले लाखों लोगों को इन पवित्र स्थलों के दर्शन करने का अवसर मिलेगा। यह कदम न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि लोगों को बाबा साहब के जीवन और संघर्षों से और गहराई से जुड़ने का मौका भी प्रदान करेगा।

2. महू विश्वविद्यालय बनेगा ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’

डॉ. अंबेडकर शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन और सशक्तिकरण का सबसे शक्तिशाली हथियार मानते थे। उनका मानना था कि शिक्षा ही दलितों, पिछड़ों और शोषित वर्गों की मुक्ति का द्वार खोल सकती है। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है।

बाबा साहब की जन्मस्थली महू में स्थापित डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University of Social Sciences – BRAUSS) को अब ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य विश्वविद्यालय को सामाजिक विज्ञान, शोध और अध्ययन के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट केंद्र बनाना है, जहाँ बाबा साहब के विचारों और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर गहन अध्ययन और शोध हो सके। इससे न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश को लाभ मिलेगा।

3. भोपाल का सबसे लंबा फ्लाईओवर अब ‘बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर’ के नाम

राजधानी भोपाल के हृदय स्थल, महाराणा प्रताप नगर (MP Nagar) में नवनिर्मित प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर (लंबाई 2.73 किलोमीटर) अब बाबा साहब के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस फ्लाईओवर का नामकरण ‘बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर’ करने की घोषणा की है।

यह निर्णय सिर्फ एक नामकरण नहीं है, बल्कि यह अनेकता में एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। यह शहर के सबसे महत्वपूर्ण और व्यस्ततम हिस्से में बाबा साहब के नाम का स्थायी सम्मान है, जो हमें निरंतर उनके समानता और न्याय के संदेश की याद दिलाएगा।

4. किसानों की समृद्धि के लिए ‘डॉ. अंबेडकर पशुपालन विकास योजना’

डॉ. अंबेडकर ने हमेशा समाज के हर वर्ग, खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। इसी कड़ी में, राज्य सरकार ने किसानों, विशेषकर छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक नई योजना को मंजूरी दी है।

इस योजना का नाम ‘डॉ. अंबेडकर पशुपालन विकास योजना’ रखा गया है। हम सभी जानते हैं कि पशुपालन और डेयरी, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हैं, बल्कि आधुनिक भारत में भी एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा देगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगे। यह कदम बाबा साहब के सामाजिक और आर्थिक समानता के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

घोषणाओं का संक्षिप्त विवरण (तालिका)

क्र.सं.घोषणा (Announcement)विवरण (Details)
1.पंच तीर्थ यात्रा (Panch Teerth Yatra)मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत बाबा साहब से जुड़े 5 स्थानों (महू, नागपुर, दिल्ली, मुंबई, लंदन) की यात्रा सरकार कराएगी।
2.सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of Excellence)महू स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
3.फ्लाईओवर का नामकरण (Flyover Naming)भोपाल के MP नगर स्थित प्रदेश के सबसे लंबे (2.73 किमी) फ्लाईओवर का नाम ‘बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर’ होगा।
4.पशुपालन विकास योजना (Animal Husbandry Plan)किसानों की समृद्धि के लिए ‘डॉ. अंबेडकर पशुपालन विकास योजना’ को मंजूरी दी गई है, जिससे पशुपालन और डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।

निष्कर्ष: बाबा साहब के सपनों का मध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा अंबेडकर जयंती पर की गई ये घोषणाएं मध्य प्रदेश में सामाजिक न्याय, समानता और समावेशी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। पंच तीर्थों की यात्रा से लेकर महू विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता केंद्र बनाने, फ्लाईओवर का नामकरण करने और किसानों के लिए विशेष योजना शुरू करने तक, हर कदम बाबा साहब के विचारों और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह न केवल डॉ. अंबेडकर के प्रति सच्चा सम्मान है, बल्कि मध्य प्रदेश को उनके आदर्शों पर आधारित एक प्रगतिशील और समरस समाज बनाने की ओर एक मजबूत कदम भी है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

प्रश्न 1: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा घोषित ‘पंच तीर्थ’ कौन-कौन से स्थान हैं?

उत्तर: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत शामिल किए गए ‘पंच तीर्थ’ हैं:
1. जन्मभूमि: महू (मध्य प्रदेश)
2. दीक्षाभूमि: नागपुर (महाराष्ट्र)
3. महापरिनिर्वाण स्थली: दिल्ली
4. चैत्य भूमि: मुंबई (महाराष्ट्र)
5. शिक्षा भूमि (लंदन स्थित निवास): लंदन (यूके)

प्रश्न 2: मध्य प्रदेश में किस विश्वविद्यालय को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ बनाया जाएगा?

उत्तर: महू (डॉ. अंबेडकर नगर) में स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय (BRAUSS) को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।

प्रश्न 3: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई नई पशुपालन योजना का नाम क्या है?

उत्तर: किसानों की समृद्धि के लिए शुरू की गई नई योजना का नाम ‘डॉ. अंबेडकर पशुपालन विकास योजना’ है।

प्रश्न 4: भोपाल के किस फ्लाईओवर का नाम बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के नाम पर रखा गया है?

उत्तर: भोपाल के महाराणा प्रताप नगर (MP Nagar) में स्थित प्रदेश के सबसे लंबे (2.73 किमी) फ्लाईओवर का नाम ‘बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर’ रखा गया है।


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