Super 5000 Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश सरकार की नई योजना ‘सुपर 5000’ के बारे में जानें, जो जन कल्याण संबल योजना का हिस्सा है। इस योजना में 10वीं और 12वीं में टॉप करने वाले 5000 होनहार बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी।
मध्य प्रदेश सुपर 5000 योजना 2024-25
मध्य प्रदेश की जन कल्याण संबल योजना के तहत एक नई योजना “सुपर 5000” शुरू हुई है। इस योजना में, असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मज़दूरों के उन 5000 होनहार बच्चों को इनाम दिया जाएगा, जिन्होंने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में सबसे ज़्यादा नंबर हासिल किए हों। ये होनहार बच्चे आगे की पढ़ाई के लिए इस इनाम का इस्तेमाल कर सकेंगे।
मध्य प्रदेश सुपर 5000 योजना
योजना का नाम | मध्य प्रदेश सुपर 5000 योजना |
योजना का उद्देश्य | सुपर 5000 योजना का लक्ष्य असंगठित क्षेत्र के मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता देकर उनकी उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उन्हें आगे बढ़ने के समान अवसर प्रदान करना है। |
पात्रता | मध्य प्रदेश के मूल निवासी, असंगठित क्षेत्र में पंजीकृत मजदूरों के बच्चे, जो सरकारी स्कूल से 10वीं/12वीं पास कर राज्य की मेरिट में शीर्ष 5000 में शामिल हों, वे ही इस योजना के पात्र हैं। श्रमिक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। |
लाभ | छात्रवृत्ति राशि एकमुश्त 25,000/- रुपये। |
आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज़ फोटो, 10वीं/12वीं की मार्कशीट, अन्य | |
आवेदन कैसे करें | ऑफलाइन प्रक्रिया |
महत्वपूर्ण तिथियां | Update Soon |
ऑफिसियल लिंक | Click here |
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Super 5000 Madhya Pradesh in hindi
पात्रता
मध्य प्रदेश के रहने वाले मजदूर परिवारों के बच्चे, जिनके माता-पिता असंगठित क्षेत्र में पंजीकृत मजदूर हैं, और जिन्होंने मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं/बारहवीं की बोर्ड परीक्षा सरकारी स्कूल से पास की है तथा राज्य की मेरिट सूची में प्रथम 5000 बच्चों में शामिल हैं, इस योजना के पात्र हैं।
योजना के लिए पात्रता: –
- मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना: बच्चे का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ हो या उसके माता-पिता मध्य प्रदेश के मूल निवासी हों।
- असंगठित क्षेत्र में पंजीकृत मजदूर के बच्चे: माता-पिता में से कोई एक असंगठित क्षेत्र में पंजीकृत मजदूर होना चाहिए।
- सरकारी स्कूल का छात्र: बच्चे ने दसवीं/बारहवीं की पढ़ाई मध्य प्रदेश के किसी सरकारी स्कूल से की हो।
- मेरिट में प्रथम 5000: बच्चे ने दसवीं/बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में राज्य की मेरिट सूची में प्रथम 5000 बच्चों में स्थान प्राप्त किया हो।
- निर्माण श्रमिक की आयु: यदि माता-पिता में से कोई एक निर्माण श्रमिक है, तो उसकी आयु 18 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम होनी चाहिए।
लाभ
छात्रवृत्ति की राशि: 25,000 रुपये, एक ही बार में मिलेंगे।
आवेदन प्रक्रिया
ऑफलाइन
- आवेदक छात्र अपने स्कूल के प्रधानाध्यापक या जिला श्रम विभाग से संपर्क करें।
- आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- आवेदन पत्र को निर्धारित तरीके से भरें।
- आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- जमा करें।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- १०वीं/१२वीं कक्षा की मार्कशीट
महत्वपूर्ण तिथियां
- छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update Soon
- जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update Soon
- संस्थान द्वारा सत्यापन की अंतिम तिथि: Update Soon
संपर्क सूत्र
मध्य प्रदेश, शासन
महत्वपूर्ण लिंक
ऑनलाइन / ऑफलाइन आवेदन | क्लिक करें |
दिशा-निर्देश | क्लिक करें |
मध्य प्रदेश सुपर 5000 योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. इस योजना का लाभ क्या है?
इस योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाती है।
2. किस प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है?
25,000/- रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।
3. क्या यह राशि हर साल दी जाती है?
नहीं, यह छात्रवृत्ति केवल एक बार ही दी जाएगी।
4. कौन इस योजना का लाभ उठा सकता है?
मध्य प्रदेश के मूल निवासी मजदूर परिवारों के बच्चे।
5. कितने विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिलेगा?
पूरे राज्य में मेरिट में आने वाले शीर्ष 5000 बच्चों को।
6. निर्माण श्रमिक के लिए आयु सीमा क्या है?
निर्माण श्रमिक की आयु 18 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम होनी चाहिए।
7. आवेदन कैसे करें?
अपने स्कूल के प्रधानाध्यापक या जिला श्रम विभाग से संपर्क करें।
आवेदन पत्र प्राप्त करें।
आवेदन पत्र को निर्धारित तरीके से भरें।
आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
जमा करें।
8. आवेदन पत्र के साथ कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?
आधार कार्ड
मूल निवास प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटो
10वीं/12वीं कक्षा की मार्कशीट
9. क्या मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल का छात्र होना आवश्यक है?
हाँ, मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल का छात्र होना आवश्यक है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। “सुपर 5000” योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक सराहनीय पहल है जो असंगठित क्षेत्र के मेधावी छात्रों के सपनों को पंख लगाने का काम करेगी। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने एक बार फिर साबित किया है कि वह प्रदेश के विकास के लिए हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
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