Abdul Kalam Technology Innovation National Fellowship in hindi : भारत में इंजीनियरिंग अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फेलोशिप की पूरी जानकारी: पात्रता, अवधि, लाभ और आवेदन प्रक्रिया।
अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फ़ेलोशिप योजना 2024-25
भारत सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियरिंग अकादमी (INAE) ने मिलकर 2017 में “अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलोशिप” शुरू की। यह फैलोशिप भारत के सार्वजनिक संस्थानों में काम करने वाले भारतीय इंजीनियरों के लिए है, जो अपने शोध को व्यावहारिक उत्पादों, उपकरणों, या प्रक्रियाओं में बदलने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसका मुख्य उद्देश्य इंजीनियरिंग, नवाचार, और प्रौद्योगिकी विकास में उत्कृष्टता प्राप्त करना है।
इस फैलोशिप का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है, जो भारतीय प्रौद्योगिकी विकास और आत्मनिर्भरता के प्रतीक थे। यह योजना विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) द्वारा प्रशासित और भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियरिंग अकादमी (INAE) द्वारा कार्यान्वित की जाती है।
किस-किस क्षेत्र में काम आयेगी ये फ़ेलोशिप?:
ये फ़ेलोशिप इंजीनियरिंग, नयी खोज, और तकनीक से जुड़े हर क्षेत्र में काम आ सकती है।
फ़ेलोशिप कितने समय के लिए मिलेगी?:
फ़ेलोशिप 3 साल के लिए दी जायेगी, लेकिन अगर काम अच्छा होगा तो 2 साल और बढ़ायी जा सकती है। यानि ज़्यादा से ज़्यादा 5 साल तक फ़ेलोशिप मिल सकती है।
फ़ेलोशिप से क्या फायदा होना चाहिए?:
इस फ़ेलोशिप का मकसद है कि आपकी खोज से कोई ऐसी तकनीक या चीज़ बने जो बाज़ार में बिक सके, फ़ैक्ट्री में बन सके, या जिसका पेटेंट कराया जा सके। इसके अलावा आप कोई ऐसा मॉडल भी बना सकते हैं जिसे दिखा कर समझाया जा सके (इसके साथ ही आप रिसर्च पेपर भी लिख सकते हैं)।
कितने लोगों को फ़ेलोशिप मिलेगी?:
हर साल ज़्यादा से ज़्यादा 10 लोगों को ये फ़ेलोशिप दी जायेगी।
अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फ़ेलोशिप योजना
योजना का नाम | अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फ़ेलोशिप योजना |
योजना का उद्देश्य | भारतीय सार्वजनिक संस्थानों में कार्यरत इंजीनियरों को प्रोत्साहित कर मौलिक शोध को उपयोगी तकनीकी उत्पादों में बदलना इस योजना का ध्येय है। |
पात्रता | यह योजना भारत में कार्यरत भारतीय नागरिकों और OCI कार्डधारकों पर लागू होती है, जिनके पास इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री और नवाचार/तकनीकी विकास में उत्कृष्ट रिकॉर्ड हो। आवेदक के पास कम से कम 5 वर्ष की सेवा शेष होनी चाहिए और कोई अन्य फेलोशिप नहीं होनी चाहिए। |
लाभ | फेलोशिप में नियमित आय के अलावा ₹25,000 प्रति माह, ₹15 लाख वार्षिक अनुसंधान अनुदान व संस्थान को ₹1 लाख वार्षिक ओवरहेड शामिल है। यह फेलोशिप भारत सरकार के आयकर नियमों के तहत कर योग्य है। |
आवश्यक दस्तावेज | पहचान पत्र, पासपोर्ट आकार का फोटो, आयु प्रमाण, कार्य प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, पेशेवर पुरस्कार/मान्यता/फैलोशिप विवरण, समर्थन प्रमाण पत्र, बैंक विवरण (खाता संख्या), अन्य | |
आवेदन कैसे करें | ऑनलाइन प्रक्रिया |
महत्वपूर्ण तिथियां | Update Soon |
ऑफिसियल लिंक | Click here |
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Abdul Kalam Technology Innovation National Fellowship in hindi
पात्रता
- यह योजना भारत में सार्वजनिक संस्थानों में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करने वाले भारतीय नागरिकों पर लागू होती है। यह योजना भारत के सार्वजनिक संस्थानों में स्थायी पदों पर काम करने वाले भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों पर भी लागू होती है।
- आवेदक के पास पर्याप्त पेशेवर योग्यता होनी चाहिए और कम से कम स्नातक की डिग्री के साथ-साथ नवाचार या प्रौद्योगिकी विकास में उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए।
- आवेदक के पास पुरस्कार मिलने की तिथि के अनुसार मूल संस्थान में कम से कम पांच (5) साल की सेवा शेष होनी चाहिए।
- आवेदक को कोई अन्य फेलोशिप नहीं मिल रही होनी चाहिए और चयन होने पर उसे केवल एक फेलोशिप चुननी होगी।
लाभ
फेलोशिप की राशि हर महीने ₹25,000 है, जो आपकी मौजूदा आमदनी के अलावा है। इसके साथ ही, हर साल ₹15 लाख का रिसर्च अनुदान और होस्ट संस्थान को ₹1 लाख का ओवरहेड भी दिया जाएगा।
ध्यान दें: इस फेलोशिप पर भारत सरकार के आयकर नियमों के अनुसार टैक्स लगेगा।
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन
अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलोशिप के लिए नामांकन
नामांकन:
- साल भर नामांकन स्वीकार किए जाएंगे।
- नामांकन संस्थानों/संगठनों के प्रमुख, राष्ट्रीय विज्ञान/इंजीनियरिंग अकादमियों के अध्यक्ष/फेलो, एसएस भटनागर पुरस्कार विजेता, और जेसी बोस पुरस्कार विजेता भेज सकते हैं।
- स्व-नामांकन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
नामांकन भेजने का तरीका:
- नामांकन फॉर्म डाउनलोड करने और जमा करने के लिए https://www.inae.in/research-innovation/abdul-kalam-technology-innovation-national-fellowship/ पर जाएं।
- नामांकन फॉर्म सभी सहायक दस्तावेजों/परिशिष्टों के साथ INAE को inaehq@inae.in पर ईमेल द्वारा जमा किया जाना चाहिए।
चयन:
- अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलो का चयन विशेष रूप से गठित एक खोज-सह-चयन विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाएगा, जो फैलोशिप के व्यापक दिशानिर्देशों के अनुसार होगा।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क:
“अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलोशिप” के बारे में अधिक जानकारी के लिए INAE से संपर्क करें:
लेफ्टिनेंट कर्नल शोभित राय (सेवानिवृत्त), संयोजक सह सदस्य सचिव (अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलोशिप) उप कार्यकारी निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय अभियांत्रिकी अकादमी (INAE) ग्राउंड फ्लोर, ब्लॉक-II, टेक्नोलॉजी भवन, नई मेहरौली रोड, नई दिल्ली – 110016 फोन: 011-26582475, ईमेल: inaehq@inae.in वेबसाइट: www.inae.in
जरूरी दस्तावेज
- उम्मीदवार का पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- उम्र का सबूत
- नौकरी का सबूत
- शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र
- प्रोफेशनल अवार्ड/सम्मान/फ़ेलोशिप की जानकारी
- अनुमोदन प्रमाण पत्र (यदि हो तो)
- बैंक विवरण (बैंक खाता संख्या, बैंक का नाम, बैंक शाखा और IFSC कोड)
- आवश्यकतानुसार कोई अन्य दस्तावेज़
महत्वपूर्ण तिथियां
- छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि: Update Soon
- जानकारी में गलती सुधारने की अंतिम तिथि: Update Soon
- संस्थान द्वारा सत्यापन की अंतिम तिथि: Update Soon
संपर्क सूत्र
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार
महत्वपूर्ण लिंक
ऑनलाइन / ऑफलाइन आवेदन | क्लिक करें |
दिशा-निर्देश | क्लिक करें |
अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फ़ेलोशिप योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: इस योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस फेलोशिप का मुख्य उद्देश्य इंजीनियरिंग, नवाचार और तकनीकी विकास में उत्कृष्टता हासिल करना है।
प्रश्न: इस योजना को कौन लागू करता है?
उत्तर: इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग
प्रश्न: यह योजना कब शुरू की गई थी?
उत्तर: यह योजना वर्ष 2017 में शुरू की गई थी।
प्रश्न: इस फेलोशिप के लिए आवेदन करने के लिए क्या पात्रता मानदंड हैं?
उत्तर:
यह योजना भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत में सार्वजनिक वित्त पोषित संस्थानों में इंजीनियरिंग पेशे में स्थायी पदों पर कार्यरत ओवरसीज सिटीजन्स ऑफ इंडिया (OCI) पर भी लागू होती है।
आवेदक के पास पर्याप्त व्यावसायिक योग्यता होनी चाहिए और कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
आवेदक के पास पुरस्कार की तिथि के अनुसार मूल संगठन में कम से कम पांच (5) वर्ष की सेवा शेष होनी चाहिए।
आवेदक कोई अन्य फेलोशिप नहीं ले रहा हो और चयन की स्थिति में, उसे केवल एक फेलोशिप का विकल्प चुनना होगा।
प्रश्न: इस फेलोशिप के अंतर्गत कौन से क्षेत्र शामिल हैं?
उत्तर: इस फेलोशिप में इंजीनियरिंग, नवाचार और प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्र शामिल होंगे।
प्रश्न: इस फेलोशिप के तहत साथी को किस प्रकार का समर्थन मिलता है?
उत्तर:
फेलो को नियमित आय के अलावा ₹25,000/- प्रति माह की व्यक्तिगत फेलोशिप मिलेगी।
प्रति वर्ष ₹15.00 लाख का शोध अनुदान।
मेजबान संस्थान को प्रति वर्ष ₹1.00 लाख का ओवरहेड।
प्रश्न: क्या फेलो सेवानिवृत्ति के बाद फेलोशिप जारी रख सकता है?
उत्तर: नहीं, आवेदक फेलो के पास पुरस्कार की तिथि के अनुसार मूल संगठन में कम से कम पांच (5) वर्ष की सेवा शेष होनी चाहिए।
प्रश्न: कोई व्यक्ति फेलोशिप के लिए कब आवेदन कर सकता है?
उत्तर: नामांकन पूरे वर्ष स्वीकार किए जाएंगे।
प्रश्न: क्या स्व-नामांकन स्वीकार किए जाएंगे?
उत्तर: नहीं, स्व-नामांकन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
प्रश्न: फेलो के लिए नामांकन कौन कर सकता है?
उत्तर: नामांकन संस्थानों/संगठनों के प्रमुख, राष्ट्रीय विज्ञान/इंजीनियरिंग अकादमियों के अध्यक्ष/फेलो, एसएस भटनागर पुरस्कार विजेता और जेसी बोस पुरस्कार विजेता द्वारा भेजे जा सकते हैं।
प्रश्न: फेलोशिप की अवधि क्या है?
उत्तर: फेलोशिप की अवधि शुरू में तीन साल होगी, जिसे प्रदर्शन के आधार पर दो और साल तक बढ़ाया जा सकता है। फेलोशिप अधिकतम 5 साल तक आयोजित की जा सकती है।
प्रश्न: क्या इस फेलोशिप योजना के तहत प्राप्त व्यक्तिगत फेलोशिप कर योग्य है?
उत्तर: हां, यह कर योग्य है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई है। ‘अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय फैलोशिप’ भारत में तकनीकी प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह फैलोशिप न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करती है, बल्कि इसे व्यावहारिक तकनीकी समाधानों में बदलने पर भी जोर देती है। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर स्थापित यह फैलोशिप, उनके तकनीकी आत्मनिर्भरता के सपने को साकार करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है। हमें उम्मीद है कि इस फैलोशिप के माध्यम से देश में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और भारत वैश्विक स्तर पर तकनीकी रूप से एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरेगा।
नोट – ऊपर दिए गए लेख में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई है। हमारी टीम लगातार आपको सटीक और नवीनतम जानकारी देने के लिए प्रयासरत है। यदि आपको लगता है कि इस लेख में कोई सुधार की आवश्यकता है, तो कृपया हमें संपर्क पृष्ठ पर बताएं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी जानकारी में सुधार करने में मदद करेगी। आप जानते हैं कि आजकल इंटरनेट पर बहुत सी गलत जानकारी फैलाई जाती है। इसलिए, आधिकारिक वेबसाइटों को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। एवं सटीक जानकारी के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देखे | धन्यवाद!