3 January Savitribai Phule Jayanti National Teachers day : 19वीं सदी में महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों के लिए सावित्रीबाई फुले ने जो संघर्ष किया, उसके बारे में जानें। भारत में महिला शिक्षा की अग्रदूत, सावित्रीबाई फुले और उनके पति ज्योतिबा फुले ने समाज में क्रांति ला दी।
सारांश (Summary)
- सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिकाओं में से एक थीं, एक समाज सुधारक और कवयित्री भी।
- उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर महाराष्ट्र में महिलाओं के अधिकारों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्हें भारत के नारीवादी आंदोलन का अग्रदूत माना जाता है।
- उन्होंने जाति और लिंग के आधार पर भेदभाव और अन्याय को खत्म करने का प्रयास किया।
- वे भारत में महिला शिक्षा की प्रणेता थीं।
- उन्होंने 1848 में पुणे में लड़कियों के लिए पहला स्कूल शुरू किया।
- सावित्रीबाई फुले ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और महिलाओं को शिक्षित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
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